बहुत काम की है यूपी नेडा की जनकल्याणकारी योजनाएं

बहुत काम की है यूपी नेडा की जनकल्याणकारी योजनाएं

पीएम कुसुम योजना

परियोजना प्रभारी यूपीनेडा ने बताया कि पीएम कुसुम योजना सी-1 अन्तर्गत किसानों के निजी नलकूपों का 90 प्रतिशत अनुदान पर सोलराईजेशन किया जा रहा है तथा वर्तमान मे इस योजना अन्तर्गत 22 किसानों का चयन यूपी नेडा मुख्यालय स्तर से वर्तमान तक किया गया है। चयनित किसानों द्वारा निर्धारित 10 प्रतिशत अंशदान जमा करा दिया गया है, अन्य इच्छुक कृषक UPNEDAKUSUMC1.IN पर ऑनलाइन आवेदन करते हुए योजना का लाभ ले सकते है। यूपीनेडा द्वारा इस वित्तीय वर्ष में दो हजार कृषकों को लाभ दिया जाना प्रस्तावित है। 

सोलर रूफ टॉप कार्यक्रम

सोलर रुफ टॉप कार्यक्रम-घरेलू विधुत उपभोक्ताओं के घरों पर अनुदान कार्यक्रम के अर्न्तगत ऑनग्रिड सोलर रुफ टॉप पावर प्लांट की स्थापना का कार्य कराया जा रहा है, इस वित्तीय वर्ष में वर्तमान तक 1.4 मेगा वॉट क्षमता के सोलर पावर प्लांट की स्थापना कराई जा चुकी है। इच्छुक विधुत उपभोक्ता SOLARROOFTOPGOV.IN पर ऑनलाइन आवेदन करते हुए योजना का लाभ ले सकते हैं।

सोलर स्ट्रीट लाइट कार्यक्रम

सोलर स्ट्रीट लाईट कार्यक्रम-जनपद मे पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण बाजार योजना अन्तर्गत 13 ग्राम मे कुल 139 नग एवं बाबूजी कल्याण सिंह ग्राम उन्नति योजना अन्तर्गत चयनित 20 ग्रामो मे कुल 200 नग इस प्रकार कुल 339 नग लाईटो की आपूर्ति प्राप्त हो गयी है। जिसका स्थापना कार्य पूर्ण करा दिया गया है।

सोलर सिटी कार्यक्रम

सोलर सिटी कार्यक्रम-उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नगर निगम मेरठ को सोलर सिटी घोषित किया गया है, जिसके अंर्तगत नगर निगम क्षेत्र की कुल विद्युत खपत का 10 प्रतिशत सोलर के माध्यम से लेने का प्राविधान किया गया है जिसके अंर्तगत शासकीय भवनों, पार्कों एवं मुख्य मार्गां पर सोलर संयत्रों की स्थापना कराया जाना प्रस्तावित है वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र में 460 नग सोलर स्ट्रीट लाईटों एवं 18 नग सोलर हाई मास्ट लाईटों की स्थापना हेतु कार्यादेश निर्गत हो गया है, वर्तमान में 160 नग सोलर स्ट्रीट लाईटों की आपूर्ति प्राप्त हुई है जिसका स्थापना कार्य प्र्रगति पर है।

घरेलू बायो गैस संयत्र

घरेलू बायो गैस संयत्र-इस योजनार्न्तगत दो से चार अथवा अधिक पशु रखने वाले कृषक 2 घन मीटर क्षमता से 25 घन मीटर क्षमता के बायो गैस संयत्र की स्थापना अपने निजी उपयोग हेतु करा सकते हैं, जिस पर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति को रु 22,000 से 70,400 तक एवं अन्य को 14,350 से 52,800 तक का अनुदान देय है। योजना का लाभ प्रथम आओ प्रथम पाओ दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त डेयरी एवं अन्य उद्योगों द्वारा बायो गैस सयंत्र की स्थापना उपरांत पॉवर जनेरेशन पर रु 35,000 प्रति कि0 वॉट से 45,000 प्रति कि0 वॉट तक का अनुदान डयूल-फ्यूल जेनरेटर उपयोग करने पर देय है।

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